एच डब्ल्यू कम्युनिटी
ढांडा में पेयजल व्यवस्था हुई अस्त-व्यस्त, लोग पानी खरीदकर पीने को हुए मजबूर
शिमला- ढांडा में पेयजल व्यवस्था अस्त-व्यस्त होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग खरीदकर पानी पीने को मजबूर हैं। यहां कुछ दिन से पानी नियमित रूप से नहीं आ रहा है, जिस कारण लोगों को दैनिक जरूरतों के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है। ढांडा में पानी के लिए लोगों को नलों पर ही आश्रित रहना पड़ता है। कोई भी अन्य स्रोत नहीं है, जिससे लोग पानी की आवश्यकता को पूरा कर सकें। इस कारण लोग सुबह ही पानी की तलाश में यहां-वहां घूमते देखे जा सकते हैं। ढांडा में बहुत से विद्यार्थी भी किराये के कमरों में रहते हैं उन्हें कीमती समय पानी की तलाश में गंवाना पड़ रहा है। इससे उनकी पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है।
यहां चार दिन बाद मात्र 20 मिनट के लिए पानी आ रहा है, जिससे एक बाल्टी भी नहीं भर पाती है। शिमला में जल संकट विकराल रूप ले चुका है, जिसके कारण शहर की अधिकांश जगहों में लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। पीलिया के कारण पैदा हुए जल संकट से अभी तक निजात नहीं मिल रही है।
10 दिन से सही ढंग से नहीं हो रही आपूर्ति
दस दिन से पानी की आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो रही है। यह निर्धारित नहीं होता कि पानी कब आएगा। प्रतिदिन पानी की चिंता बनी रहती है। जो समय पढ़ाई करने का होता है, उसमें पानी के लिए भटकना पड़ता है।
मनीष
चार दिन बाद आ रहा पानी
सुबह ही पानी के लिए भटकना पड़ता है। पानी चार दिन बाद आ रहा है। सुबह पानी के लिए इधर-उधर भटकने के कारण लाइब्रेरी पहुंचने के लिए देरी हो जाती है।
नवदीप
पानी के चक्कर कार्यस्थलों पर पहुंचने में हो रही देरी
पानी चार दिन बाद आता है वो भी सिर्फ 20 मिनट के लिए, जिसके कारण पानी की समस्या बनी रहती है। अपने कार्यस्थलों के लिए जाने के लिए देरी हो जाती है।
शशि मेहरा
चार दिन बाद भी नहीं मिल रहा एक बाल्टी पानी
पानी की समस्या बहुत बढ़ गई है। चार दिन बाद 20 मिनट के लिए पानी आता है। एक ही नल से सात परिवार पानी भरते हैं, जिसके कारण एक ही बाल्टी पानी मिलता है।
चेत राम
पेयजल आपूर्ति न के बराबर
पानी नियमित रूप से नहीं आ रहा है। पानी की आपूर्ति न के बराबर हो गई है। 20 मिनट पानी आने से किसी के लिए भी पूरा नहीं हो पाता है। एक ही नल से बहुत से परिवार पानी भरते हैं, जिसके कारण पानी पूरा नहीं हो पाता है।
राज
कुछ दिन से गहराई पानी की समस्या
पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। कुछ दिन से पानी के आने का समय ही निर्धारित नहीं है। जब पानी आता भी है तो बहुत ही कम समय के लिए।
पुष्पेंदर
Photo: Representational
एच डब्ल्यू कम्युनिटी
घोटाला: रोहड़ू में प्रधान निलंबित, फर्जी बिल, समान की खरीददारी में गड़बड़ी व कई अन्य वित्तीय घोटालों की हुई थी पुष्टि
शिमला : विकास खंड रोहड़ू की पंचायत करासा के प्रधान देव राज को फर्जी बिल, समान की खरीददारी में अनियमिताएं बरतने, बिना बजट के अत्याधिक कार्य करवाने इत्यादी घोटालों के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम और 15वें वित्त आयोग के तहत निलंबित कर दिया है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने प्रधान देव राज को निलंबित करने के आदेश की अधिसूचना जारी कर दी है ।
ग्राम पंचायत करासा के स्थानीय निवासी ने खंड विकास अधिकारी रोहड़ू के पास उक्त प्रधान के खिलाफ लिखित में शिकायत दर्ज की थी। जिसके बाद इस शिकायत की प्रारंभिक जांच की गई।
6 मई 2024 को 135 पन्नों की जांच रिपोर्ट सौंपी गई। जिसमें वर्ष 2020 से 2024 तक विकासात्मक कार्यों में वित्तीय अनियमिताएं पाए जाने की पुष्टि हुई। 1 जुलाई 2024 को जांच में लगे आरोपों को लेकर प्रधान ग्राम पंचायत करासा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। 4 जुलाई 2024 को प्रधान ने उक्त आरोपों पर अपना जवाब लिखित में दायर किया।
इसके बाद जब प्रधान के लिखित जवाबों का अवलोकन पंचायत के रिकॉर्ड के साथ किया गया, तो जांच में पाया गया कि प्रधान की ओर से अपने बचाव में जो तथ्य पेश किए गए है वह तथ्य ठोस नहीं पाए गए है।
प्रधान देव राज द्वारा फर्जी बिल, समान की खरीददारी में अनियमिताएं बरतने, कार्यों के बजट को स्थानांतरित करने, अधूरे कार्यों, मजदूरों के खातों में सीधे मजदूरी न ट्रांसफर करने, एक ही व्यक्ति को बिना कोटेशन के कार्य आवंटित करने, बिना बजट के अत्याधिक कार्य करवाने, तकनीकी अनुमति के बिना कार्य करने आदि की अनियमिताएं जांच में सामने आई है।
ऐसे में उपायुक्त ने हिमाचल प्रदेश पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 145 (1) (c) के तहत प्रधान को अपने कार्य में लापरवाही बरतने के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही पंचायत से जुड़ा सारा रिकॉर्ड स्टोर, स्टॉक, स्टांप आदि जो प्रधान के पास मौजूद है उसे पंचायत सचिव को सौंपने के आदेश जारी किए है।
एच डब्ल्यू कम्युनिटी
आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 85 हजार लीटर अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर किया नष्ट
शिमला- राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने अवैध शराब मामले में एक बड़ी कार्रवाई की है। विभाग की नूरपुर टीम ने पंजाब के साथ लगते सीमांत क्षेत्र छन्नी वैली में अवैध शराब बनाने वालों पर इस कार्रवाई को अमल में लाया है ओर 85 हजार लीटर कच्ची शराब को कब्ज़े में लेकर नष्ट किया है।
राज्य कर एवं आबकारी विभाग के आयुक्त युनूस ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग की ओर से इस कार्रवाई में पंजाब आबकारी विभाग व पंजाब पुलिस और इंदौरा पुलिस थाना की सहायता ली गई थी।
उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग को इस क्षेत्र में अवैध शराब के बनाने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। जिसके अंतर्गत नूरपुर टीम के सदस्यों ने पंजाब के सीमांत क्षेत्र में पंजाब आबकारी विभाग व पंजाब पुलिस के सहयोग से इस क्षेत्र में अवैध शराब बनाने वालों पर संयुक्त कार्रवाई की।
उन्होंने बताया कि सीमांत क्षेत्र होने की वजह से कार्रवाई करने में शुरू में कुछ कठिनाइयां भी आई लेकन इसके बावजूद भी विभाग ने इस क्षेत्र में कार्रवाई की और (85000 लीटर लाहन) कच्ची शराब को कब्जे में लिया और कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद अवैध शराब को नष्ट किया गया है।
यूनुस ने बताया कि विभाग अवैध शराब बनाने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है और भविष्य में भी यह कार्रवाई विभाग जारी रखेगा।
एच डब्ल्यू कम्युनिटी
13 फरवरी को आपदा जोख़िम से बचाव पर उमंग आयोजित करेगी वेबिनार
शिमला- उमंग फाउंडेशन की ओर से रविवार 13 फरवरी को आपदा जोख़िम से बाचव विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है।
आपदा प्रबंधन के विशेषज्ञ और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के लिए कार्य कर चुके नवनीत यादव उमंग फाउंडेशन के वेबीनार में “आपदा जोखिम से बचाव का अधिकार” विषय पर युवाओं के साथ चर्चा करेंगे। वह दिव्यांगों को आपदा के समय सुरक्षित बचाने के तरीके भी बताएंगे।
कार्यक्रम के संयोजक संजीव शर्मा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में मानवाधिकार जागरूकता पर संस्था का ये 22वां साप्ताहिक कार्यक्रम होगा।
गूगल मेल पर 13 फरवरी को शाम 7:00 बजे लिंक http://meet.google.com/zop-pbkn-heg के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुआ जा सकता है। यहां ‘उमंग फाउंडेशन शिमला’ के फेसबुक पेज पर भी लाइव उपलब्ध रहेगा।
उन्होंने कहा कि आपदा जोखिम से बचाव को लेकर समाज में जागरूकता की कमी है। विशेषकर दिव्यांग व्यक्तियों को भीषण आपदा के समय कैसे सुरक्षित निकाला जाए, यह एक बड़ा मुद्दा है।
‘आपदा जोखिम से बचाव का अधिकार’ विषय पर आपदा जोखिम प्रबंधन से जुड़े संगठन डूअर्स के कार्यक्रम निदेशक और जापान, थाईलैंड, सेनेगल एवं नेपाल में अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रमों में नवनीत यादव हिस्सा ले चुके हैं।
-
अन्य खबरे4 weeks ago
गोबिंद सागर झील में क्रूज़ ट्रायल शुरू, अक्तूबर के अंत तक उपलब्ध होगी सुविधा
-
अन्य खबरे1 month ago
हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल के निर्णय : पोस्ट कोड 903 और 939 के परिणाम होंगे घोषित।
-
एच डब्ल्यू कम्युनिटी2 days ago
घोटाला: रोहड़ू में प्रधान निलंबित, फर्जी बिल, समान की खरीददारी में गड़बड़ी व कई अन्य वित्तीय घोटालों की हुई थी पुष्टि
-
अन्य खबरे12 hours ago
मंत्रिमंडल के निर्णय: वन मित्रों की भर्ती को मंजूरी, 10 अंकों के व्यक्तिगत साक्षात्कार की शर्त समाप्त
-
अन्य खबरे4 weeks ago
शिमला में एचआरटीसी ने शुरू की मोबिलिटी कार्ड की सुविधा,जानिए कहां बनेगा कार्ड