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गो रक्षकों पर कार्रवाई हुई तो सूबे में छेड़ देंगे आंदोलन : विहिप
गो तस्करी पर गर्माई राजनीति
सिरमौर के सराहां में गो तस्करी के आरोपी की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले में एक गिरफ्तारी के बाद अन्य आरोपियों की धर-पकड़ के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। सोमवार को आईजी ने मौके का दौरा किया तो डीजीपी ने मुख्यमंत्री से मिलकर पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपी। उधर, विश्व हिंदू परिषद भी इस मामले में कूद पड़ी है। विहिप का कहना है कि निर्दोष लोगों को बेवजह तंग किया तो आंदोलन छेड़ दिया जाएगा।
पड़ोसी राज्य में छिपे हैं गो तस्करी के आरोपी की हत्या करने वाले आईजी
सराहां (सिरमौर)। गो तस्करी के पांच आरोपियों में से एक की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में आईजी लॉ एंड ऑर्डर एपी सिद्धिकी ने कहा कि एक आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। इसी आरोपी ने सबसे पहले तस्करों की सूचना अन्य लोगों को दी ओर फिर वह भी पिटाई में शामिल हुआ। उसकी शिनाख्त पर अन्य आरोपियों की धरपकड़ को दबिश दी जा रही है। आईजी ने बताया कि अभी तक की जांच में पता चला है कि हत्या के आरोपी पड़ोसी राज्य में शरण लिए हुए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं।
घटना के छठे दिन सराहां पहुंचे आईजी सिद्धिकी ने कहा कि प्रदेश में अब तक की अपनी तरह की पहली घटना है जो एक बदनुमा दाग की तरह है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पशु तस्करी रोकना बड़ी चुनौती है।
सराहां-नाहन-पांवटा इसका एक ट्रांजिट रूट है। हरियाणा, पंजाब व उत्तराखंड से प्रदेश की सीमाएं सटी होने के कारण यहां गतिविधियां संदिग्ध रहती हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही यह मामला पड़ोसी राज्यों से उठाया जाएगा।
आईजी ने कहा कि पुलिस हत्या के आरोपियों पर लूटपाट संबंधी कुछ और धाराएं भी लगाने जा रही है जिसके पुख्ता प्रमाण पुलिस को मिले हैं। उन्होंने थाने और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस अवसर पर एसपी सौम्या साम्बशिवान, डीएसपी योगेश रोल्टा व एएसआई राजेश पाल भी मौजूद रहे।
सीएम ने तलब किए डीजीपी
शिमला। नाहन में हुई हिंसा की घटना पर मुख्यमंत्री ने सोमवार को डीजीपी संजय कुमार को तलब किया। उनसे इस घटना पर विस्तृत ब्योरा लिया। सूत्रों ने बताया कि प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि गाे तस्करी के आरोपी की हत्या के आरोपी की गिरफ्तारी की है। डीजीपी ने माना कि उन्होंने सीएम वीरभद्र सिंह से भेंट की है। हालांकि उन्होंने कहा कि यह रूटीन में हुई भेंट है। ब्यूरो
फालोअप
गो रक्षकों पर कार्रवाई हुई तो सूबे में छेड़ देंगे आंदोलन : विहिप
पंचायत ने पुलिस का दी चेतावनी
जामन की सेर पंचायत के प्रधान बलदेव भंडारी ने कहा कि पुलिस गो रक्षकों के परिवारों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि मानसिक परेशानी झेल रहे इन गरीब परिवारों के साथ कुछ अनहोनी होती है तो इसके लिए सिरमौर पुलिस जिम्मेवार होगी। समूची पंचायत के लोग पुलिस के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन करेंगे।
नाहन (सिरमौर)। विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश संगठन महामंत्री मनोज कुमार एवं भारतीय गो वंश रक्षण संवर्धन परिषद के महामंत्री रामऋषि भारद्वाज ने कहा कि सिरमौर पुलिस प्रशासन ने यदि सराहां में गो तस्करों को पकड़ने वाले गो रक्षकों पर कार्रवाई की तो पूरे प्रदेश में आंदोलन खड़ा किया जाएगा। मीडिया से बातचीत में मनोज ने दावा किया गया कि तस्करों पर इससे पहले भी हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पशु तस्करी के कई मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि सराहां में गो तस्करी में पुलिस विभाग की बड़ी चूक हुई है। यदि प्रदेश की सीमा में घुसते ही गोवंश से भरे वाहन को पकड़ लिया जाता तो सराहां में इतना बड़ा घटनाक्रम नहीं होता। उन्होंने पुलिस पर गो तस्करों के साथ मिलीभगत का संदेह जताया और जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। ब्यूरो
नाहन में सोमवार को एएसपी विनोद कुमार धीमान को पुलिस प्रशासन के खिलाफ ज्ञापन सौंपते विश्व हिंदू परिषद एवं अन्य धार्मिक संगठनाें के पदाधिकारी। पुलिस पर गो तस्करों से मिलीभगत का आरोप लगाया गया है। जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।
वीरभद्र को बताया सच्चा गोरक्षक
विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश संगठन महामंत्री मनोज कुमार ने मीडिया से कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सच्चे गोरक्षक हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी एवं पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह आज भी गो सदन में आकर गाय को रोटी खिलाती हैं। उन्होंने अफसोस व्यक्त किया कि उसी सरकार में सिरमौर पुलिस प्रशासन गो रक्षकों को गिरफ्तार करने पर आतुर है।
गो तस्करी के चारों आरोपी 22 तक रिमांड पर
नाहन/ सराहां (सिरमौर)। गो तस्करी के चारों आरोपियों को पुलिस ने दोबारा सोमवार को कोर्ट में पेश किया। सभी आरोपियों को 22 अक्तूबर तक रिमांड पर भेजा गया है। डीएसपी राजगढ़ योगेश रोल्टा ने इसकी पुष्टि की।
हत्या का आरोपी न्यायिक हिरासत में भेजा
नाहन (सिरमौर)। गो तस्करी के आरोपियों को पीटने और हत्या के आरोप में गिरफ्तार सराहां के चालक सुभाष को सोमवार को पुलिस ने नाहन कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सुभाष को 12 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। डीएसपी योगेश रोल्टा ने कहा कि सुभाष को कोर्ट ने 30 अक्तूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा है।
सिद्धिकी बोले, तस्करों की सूचना देने वाला ड्राइवर किया गिरफ्तार
पशु तस्करी रोकने के लिए अन्य राज्यों की ली जाएगी मदद
प्रदेश में पहली लेकिन बदनुमा दाग लगाने वाली घटना
हत्या के आरोपियों पर लूटपाट की धाराएं भी लगाएगी पुलिस
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पुलिस की समयोचित कार्रवाई के बावजूद भाजपा का प्रदर्शन व आरोपी का घर जलाना ओछी राजनीति : मुख्यमंत्री
चंबा – मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चम्बा जिला के सलूणी में हुए हत्याकांड के मामले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन पर गहरा क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि यह शायद देश का पहला ऐसा मामला है जिसमें सभी आरोपियों को पकड़ा जा चुका है और पुलिस की समयोचित कार्रवाई के बावजूद भाजपा इस पर शोर-शराबा जारी रखे हुए है। उनका यह प्रदर्शन पूर्णतया अवांच्छित है और इसे न्यायसंगत नहीं कहा जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी के बावजूद घटना के पाँच दिनों के बाद भाजपा युवा मोर्चा से जुड़े लोगों ने आरोपी के घर को आग की भेंट चढ़ा दिया।
प्रदेश सरकार की ओर से बार-बार आश्वस्त किया गया है कि इस मामले में संलिप्त सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद विरोध प्रदर्शन समझ से परे है और भाजपा इस मामले में ओछी राजनीति कर रही है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि इस मामले की संवदेनशीलता को देखते हुए पुलिस ने चौबीस घंटों के भीतर सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया। उन्होंने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी तथा सरकार द्वारा राष्ट्रीय जांच एजैंसी से मामले की जांच करवाने सम्बंधी मांग स्वीकार करने के बावजूद भाजपा द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी रखना तर्कहीन है।
मुख्यमंत्री नें यह भी कहा कि केंद्र में सत्ता में होने के बावजूद भाजपा जांच को मुद्दा बना रही है जबकि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के लिए एक फोन कॉल पर यह जांच शुरू करवाना कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे प्रतीत हो रहा है कि इस घटना को राजनीतिक रंग देते हुए भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव-2024 को ध्यान में रखते हुए ऐसी तरकीबें अपना रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर यह होता कि भाजपा प्रदेश हित से जुड़े मामलों एवं हिमाचल के अधिकारों के लिए केंद्र के समक्ष आवाज उठाती, जिससे कि प्रदेशवासियों का भी भला होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के हितों को प्राथमिकता देने के लिए आन्दोलन में कांग्रेस पार्टी भी अपना पूर्ण सहयोग देगी। राज्य के हितों की रक्षा करने की दिशा में प्रदेश सरकार तथा विपक्ष की साझा जिम्मेदारी पर बल देते हुए उन्होंने जल उपकर तथा विभिन्न जल विद्युत परियोजनाओं में निःशुल्क बिजली की रॉयल्टी बढ़ाने जैसे मुद्दों पर भाजपा को प्रदेश सरकार का साथ देने का परामर्श भी दिया।
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अगर 25 वर्षों से आतंकीयों से जुड़े थे चंबा हत्याकांड के आरोपी के तार तो सरकारें क्यूँ देती रही शरण : आम आदमी पार्टी
चंबा- जिला चंबा के सलूनी इलाके में हुए (मनोहर, 21) हत्याकांड की घटना राजनीतिक रूप लेती जा रही है। पक्ष -विपक्ष में बयानबाजी का दौर जारी है। इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
इसी कड़ी में हिमाचल आम आदमी पार्टी ने चम्बा में हुई मनोहर की निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की है। आम आदमी पार्टी नेता चमन राकेश आजटा ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की और इस पूरी घटना की निष्पक्ष जांच एवं दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की भी मांग की। साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम को जिस प्रकार से राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है वो बहुत ही चिंता का विषय है।
इसके साथ ही आजटा ने यह भी कहा कि यदि नेता विपक्ष जयराम ठाकुर जी के बयानों में सच्चाई है तो यह जांच का विषय है। आजटा नें पूछा कि अगर पिछले 25 वर्षो से इस घटना के लिए जिम्मेवार व्यक्ति गैरकानूनी तरीके से बेशुमार दौलत इक्कठी कर रहा था तो वहां का प्रशासन व राज्य सरकारें 25 वर्ष से उसे क्यों शरण दे रही थी?
“इस व्यक्ति के तार क्या किसी आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए है , या किसी पार्टी और नेता विशेष की शरण में वो पलता रहा जिसका खामयाज़ा एक गरीब युवा को अपनी जान से हाथ धोकर भुगतना पड़ा। क्या इस आरोपी ने इस तरह की अन्य घटनाओं को भी अंजाम दिया था या उनमें संलिप्त रहा था।” आजटा ने जयराम पर यह सवाल उठाते हुए कहा।
आपको बता दें कि बीते दिन जयराम ठाकुर ने हत्या के इस मामले में गहरी साजिश की आशंका जताते हुए तथा आरोपियों के तार आतंकियों से जोड़ते हुए कहा था कि नोटबंदी के दौरान आरोपी ने 95 लाख नोट बदले व उसके खाते में दो करोड़ की राशि जमा है, जबकि आरोपी के पास इतना बड़ा कोई भी आय का साधन नहीं है।
जयराम ने आरोप लगाया था कि आरोपी के पास तीन बीघा ज़मीन है जबकि कब्जा 100 बीघा जमीन पर कर रखा है। यही नहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया था कि चंबा में 1998 में हुए सतरुंडी आतंकी हमले में 35 लोगों की मौत हुई थी और उससे भी आरोपी के तार जुड़े थे।
साथ ही आजटा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से कानून को हाथ में लेकर घरों को जलाने, गाडियां तोड़ने और माहौल खराब करने की घटना में संलिप्त लोगों के खिलाफ करवाई करने की अपील की है, ताकि राजनीति की आड़ में हिमाचल जैसे प्रदेश का नाम खराब न हो।
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चंबा हत्याकांड: धारा 144 तोड़ने से रोका तो धरने पर बैठे भाजपा नेता
चंबा-मनोहर हत्याकांड के सात दिन बाद भी इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है, एक स्थान पर चार से ज्यादा लोगों का एकीकृत होना मना है और साथ ही इलाके के आस पास के सभी स्कूलों को भी एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है।
भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि भाजपा ने तय किया है कि भाजपाई 17 जून को प्रदेश के सभी 12 जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
सीएम के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने एक प्रेससवार्ता में कहा कि हत्या के कारणों की प्रशासन द्वारा पूरी जांच करवाई जा रही है। चौहान नें कहा कि जिन लोगों ने हत्या की है उनको गिरफ्तार कर लिया गया है और कानून निश्चित तौर पर अपना कार्य कर रहा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, तथा उनके साथी सदस्य जिस तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं वह तर्कसंगत नहीं है। कानून द्वारा मुज़रिमों को हिरासत में ले लिया गया है, गुनहगार सलाखों के पीछे है तथा पूरे मामले की सख्ती से जांच कारवाई की जा रही है। चौहान ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा एनआईए से जांच की मांग को लेकर कहा कि वह अगर लिखित में सरकार को मांग दे दें तो सरकार इसके लिए भी तैयार है।
चौहान ने जयराम पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री रहे है, एक जिम्मेदार नागरिक हैं, तथा धारा 144 का मतलब भी वह अच्छे से समझते हैं, फिर भी उसकी अवहेलना करने पर अड़े हैं। चौहान नें पूछा कि इसका क्या अर्थ निकलता है।
चौहान नें यह भी कहा कि इसके बावजूद भी पुलिस तथा प्रशासन द्वारा कानून के दायरे में रहते हुए नेता प्रतिपक्ष और कुछ चुने हुए लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति दे दी गई थी, लेकिन विपक्ष फिर भी अपने साथ पूरी भीड़ को आगे ले जाने के लिए अड़ा रहा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के जिम्मेदार लोग अगर इसके बावजूद भी राजनीति करना चाहते हैं तो तो यह बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने विपक्ष की मंशा पर सवाल खड़े किये। उन्होंने पूछा कि वह सच मे पीड़ित परिवार से मिलना चाहते थे या इसस घटना को मात्र राजनीतिक दृष्टि से मुद्दा बनाना चाहते थे?