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शिमला: सड़क के किनारे रखे रेत बजरी दुर्घटनाओं को दे रहे न्योता, लोगों का पैदल चलना हुआ मुश्किल
![shimla road side sand](https://hindi.himachalwatcher.com/wp-content/uploads/2021/12/shimla-road-side-sand.jpg)
शिमला– प्रदेश की राजधनी शिमला में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जगह जगह पर निर्माण कार्य चला हुआ है। इन कामों के चलते सड़कों पर कई जगह रेत बजरी फेंकी गई है। ऐसी ही फोटो हिमाचल वाचर के एक पाठक ने हमारे साथ साझा की है जिनमें देखा जा सकता है कि शिमला में सड़कों पर किस तरह रेत बजरी फेंकी जाती है जो लंबे समय तक वहीं पड़ी रहती है।
पाठक ने बताया कि ऐसी जगहों पर दुर्घटना होने का काफी खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि ऐसी जगहों पर लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा है कि ऐसी जगहों पर खासकर दो पहिया वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा ऐसी जगहों पर दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि जिस जगह रेत बजरी रखी होती है वहाँ पर सड़क संकरी हो जाती है जिसकी वजह से ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। वहाँ से पैदल चलने वाले व्यक्ति कभी भी दुर्घटना के शिकार हो सकते है।
उन्होंने बताया कि बारिश होने पर रेत बहकर सड़कों के बीच पहुँच जाता है जिसके कारण सड़कों पर फिसलन काफी बढ़ जाती है और ऐसे में दुर्घटना घटने का खतरा ज्यादा बना रहता है।
उन्होंने यह भी कहा है कि प्रशासन की तरफ से भी इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। क्या जब ऐसी जगहों पर कोई दुर्घटना घटेगी तभी प्रशासन इसके लिए कोई कदम उठाएगा ? उन्होंने बताया कि कानून के मुताबिक सड़क के किनारे रखे रेत बजरी के लिए भी प्रावधान होता है लेकिन प्रशासन ऐसे प्रावधान लागू करने में असफल रहा है।
उन्होंने बताया है कि जिन जगहों पर सड़क के किनारे रेत बजरी रखी गई है, वहाँ पर वाहन चालकों को सूचित करने के लिए सूचना पट्ट भी नहीं लगाए गए हैं। ऐसे में रात के समय चलने वाली गाड़ियों खासकर दो पहिया वाहनों के लिए ज्यादा खतरा बना रहता है।
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आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 85 हजार लीटर अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर किया नष्ट
![hp excise department](https://hindi.himachalwatcher.com/wp-content/uploads/2022/02/hp-excise-department.jpg)
शिमला- राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने अवैध शराब मामले में एक बड़ी कार्रवाई की है। विभाग की नूरपुर टीम ने पंजाब के साथ लगते सीमांत क्षेत्र छन्नी वैली में अवैध शराब बनाने वालों पर इस कार्रवाई को अमल में लाया है ओर 85 हजार लीटर कच्ची शराब को कब्ज़े में लेकर नष्ट किया है।
राज्य कर एवं आबकारी विभाग के आयुक्त युनूस ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग की ओर से इस कार्रवाई में पंजाब आबकारी विभाग व पंजाब पुलिस और इंदौरा पुलिस थाना की सहायता ली गई थी।
उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग को इस क्षेत्र में अवैध शराब के बनाने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। जिसके अंतर्गत नूरपुर टीम के सदस्यों ने पंजाब के सीमांत क्षेत्र में पंजाब आबकारी विभाग व पंजाब पुलिस के सहयोग से इस क्षेत्र में अवैध शराब बनाने वालों पर संयुक्त कार्रवाई की।
उन्होंने बताया कि सीमांत क्षेत्र होने की वजह से कार्रवाई करने में शुरू में कुछ कठिनाइयां भी आई लेकन इसके बावजूद भी विभाग ने इस क्षेत्र में कार्रवाई की और (85000 लीटर लाहन) कच्ची शराब को कब्जे में लिया और कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद अवैध शराब को नष्ट किया गया है।
यूनुस ने बताया कि विभाग अवैध शराब बनाने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है और भविष्य में भी यह कार्रवाई विभाग जारी रखेगा।
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13 फरवरी को आपदा जोख़िम से बचाव पर उमंग आयोजित करेगी वेबिनार
![umang foundation shimla](https://hindi.himachalwatcher.com/wp-content/uploads/2022/02/umang-foundation-shimla.jpg)
शिमला- उमंग फाउंडेशन की ओर से रविवार 13 फरवरी को आपदा जोख़िम से बाचव विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है।
आपदा प्रबंधन के विशेषज्ञ और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के लिए कार्य कर चुके नवनीत यादव उमंग फाउंडेशन के वेबीनार में “आपदा जोखिम से बचाव का अधिकार” विषय पर युवाओं के साथ चर्चा करेंगे। वह दिव्यांगों को आपदा के समय सुरक्षित बचाने के तरीके भी बताएंगे।
कार्यक्रम के संयोजक संजीव शर्मा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में मानवाधिकार जागरूकता पर संस्था का ये 22वां साप्ताहिक कार्यक्रम होगा।
गूगल मेल पर 13 फरवरी को शाम 7:00 बजे लिंक http://meet.google.com/zop-pbkn-heg के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुआ जा सकता है। यहां ‘उमंग फाउंडेशन शिमला’ के फेसबुक पेज पर भी लाइव उपलब्ध रहेगा।
उन्होंने कहा कि आपदा जोखिम से बचाव को लेकर समाज में जागरूकता की कमी है। विशेषकर दिव्यांग व्यक्तियों को भीषण आपदा के समय कैसे सुरक्षित निकाला जाए, यह एक बड़ा मुद्दा है।
‘आपदा जोखिम से बचाव का अधिकार’ विषय पर आपदा जोखिम प्रबंधन से जुड़े संगठन डूअर्स के कार्यक्रम निदेशक और जापान, थाईलैंड, सेनेगल एवं नेपाल में अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रमों में नवनीत यादव हिस्सा ले चुके हैं।
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कल शिमला के कई क्षेत्रों में नहीं होगी जलआपूर्ति, गिरी से कम पंपिंग होने के कारण बाधित होगी सप्लाई
![Shimla water crisis](https://hindi.himachalwatcher.com/wp-content/uploads/2022/02/Shimla-water-crisis.jpg)
शिमला- राजधानी शिमला की दूसरी सबसे बड़ी पेयजल परियोजना गिरि से कल 4 फ़रवरी को कम पम्पिंग के कारण शहर के कुछ इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं होगी। पानी की सप्लाई बाधित होने से लोगों को दिक्कत का समाना भी करना पड सकता है।
कम पम्पिंग की वजह से शिमला शहर के कनलोग,लोअर खलिनी, निगम विहार,लोअर बाजार,राम बाजार,संजौली बाजार,न्यू शिमला के सेक्टर 1 से सेक्टर 4,बीसीएस क्षेत्र, यूएस क्लब,टूटीकंडी,चक्कर और बालूगंज में जलापूर्ति नहीं हो पाएगी।