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टूटीकंडी अंतर्राजीय बस स्टेंड पर सुविधाओं का अभाव, जनता परेशान
माननीय मुख्यमंत्री महोदय ,
हिमाचल प्रदेश सरकार !
विषय : टूटीकंडी अंतर्राजीय बस स्टेंड पर सुविधाओं का अभाव –जनता परेशान
1. दोनों लिफ्टें स्वारियों के लिए बनी जी का जंजाल
एक पर लिखा only for hotel guests–एक पर लिखा luggage is not allowed in the lift –कैसे जाएँ भारी भरकम सामान लेकर ऊपरी मंजिल में बस लेने !
2॰ आधे घंटे की पार्किंग फीस –10 रुपये की जाये — जनहित में मांग
(सुविधाएं पहले सवारियों के लिए उपलब्ध करवाई जाये –फिर होटल वालों के लिए — जनहित में मांग
महोदय , टूटी-कंडी बस अड्डे पर जनता को उचित सुविधायें नहीं मिल रही हैं जिस कारण यात्री परेशान हैं ! महोदय ,आई॰एस॰बी॰टी॰ में दूसरी मंजिल में बस स्टाप होने की दिशा में सवारियों को भारी भरकम इटायची व सामान उठाने की समस्या को लेकर और लिफ्ट बंद होने की शिकायत को लेकर जब हमने पहले भी प्रदेश सरकार से बुजुर्गों /अपंगों और महिलाओं को भारी भरकम सामान बस प्रस्थान स्थल दूसरी मंजिल में होने पर एक्सलेटर लगाने व रैम्प बनाने की मांग की थी तो अड्डा प्रशासन ने जनहित की मांग को यह कह कर ठुकरा दिया था की वहाँ पर चौबीस घण्टे लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध है !
महोदय, 19.6.14 की रात जब मैं अपने परिवार सहित अपनी बेटी को 10.15 बजे की वॉल्वो में दिल्ली के लिए बिठाने गए तो दोनों लिफ्टों में लगी स्लिपों को देख कर (1.luggage is not allowed in the lift , 2.only for hotel guests) व लिफ्ट आपरेटर द्वारा सामान न ले जाने पर मना करने के करने पर भारी परेशानी उठानी पड़ी !
महोदय,मैं दिल की बीमारी से भी ग्रस्त हूँ और बेटी उच्च शिक्षा के लिए प्रदेश से बाहर जा रही थी जिसके पास तकरीबन 60 किलो से ऊपर का भारी भरकम व्हील बैग था परंतु मौके पर रैम्प न होने और लिफ्ट में सामान न ले जाने की इजाजत होने पर तथा रात को किसी खान / कुली के न होने पर हमे सामान को दूसरी मंजिल बस तक पहुंचाने में बहुत परेशानी की सामना करना पड़ा !
महोदय ,मेरी पत्नी व बेटी दोनों मिलकर बैग को सीढ़ियों में खींचने की कोशिश करती रही पर भारी ईटायची होने पर उन्हे वहीं रुकना पड़ा तथा सामान उठाने के लिए अन्य युवा सवारियों की मदद लेनी पड़ी !
महोदय ,ऐसे कई यात्री हमारे सामने आए जिन्हे भारी बैग -इटायची उठाने में बहुत परेशानी आ रही थी ! यहाँ तक की कई युवा तो सरकार और प्रशासन की खिल्ली भी उड़ाते नजर आए !
महोदय ,माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश भी हैं और केंद्र व राज्य सरकार की पालिसी भी है की सभी नए भवनो में दृष्टीहीनों/अपंगों /बुजुर्गों के लिए बैरीयर फ्री रास्ते (रैम्प /लिफ्ट /एक्सलेटर इत्यादि ) सुविधाये दी जाएँ परंतु इस नए भवन में रैम्प न होने के कारण उनके इलावा रोजाना आने -जाने वाली सवारियों को दूसरी मंजिल में बस स्टाप होने पर सामान लाने- ले जाने की बहुत समस्या आती है !
महोदय ,ऊपरी मंजिल जहां से बसों का प्रस्थान होता है उस स्थान को जाने के लिए कम से कम 40-50 सीढ़ीयाँ हैं जिस पर बुजुर्गों,महिलाओं,अपंगों व मेरे जैसे दिल के मरीजों व श्वाश (asthma) जैसे रोगियों को सामान सहित ऊपर -आने जाने में काफी असुविधा होती है ! ऐसे में सामान को ऊपरी मंजिल में पहुंचाने के लिए किस खान को याद करे (खान जो इस बस स्टैंड का मालिक है मै॰खान एंड कंपनी जो कभी लिफ्ट बंद करवा देते हैं या कभी लिफ्ट के बाहर स्लिप लगा देते हैं ) या दूसरे वह कश्मीरी खान जो कुली का कार्य करते हैं ) दोनों ही प्रकार के व्यक्ति समस्या का हल निकालने के लिए रात के समय मौके पर मौजूद नहीं होते हैं !
महोदय ,बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है की हिमाचल की भोली -भाली जनता को उचित सुविधाएं न देकर इस आई एस॰बी॰टी॰पर पार्किंग के नाम पर भी लूटा जा रहा है !
महोदय,अक्सर देखा जाता है की कोई भी परिवार की बेटी या बेटा जब शिमला से बाहर प्रस्थान करता है तो उनके माँ-बाप परिजन उसे छोड्ने (c-off करने ) बस स्टाप तक आते हैं और मात्र पाँच या दसमिनट के लिए कार पार्किंग पर उनसे पचास रुपये वसूल कर लिए जाते हैं ! क्योंकि अंतर्राजीय बस टर्मिनल होने पर किसी भी बस को प्रस्थान करने से 15 मिनट पूर्व की काऊंटर पर आने की इजाजत है !
महोदय ,उपरोक्त तथ्यों पर जनहित में आपसे निवेदन है की इस बस स्टाप पर तुरंत एक्सलेटर या ऊपरी मंजिल के लिए यात्रियों के लिए रैम्प बनाने के आदेश अड्डा प्रशासन को दिये जाएँ या मुख्य प्रस्थान स्थल ( बस स्टैंड) निछली मंजिल में शिफ्ट किया जाये ताकि किसी जन साधारण को कोई परेशानी न उठानी पड़े !
महोदय ,छोटे वाहनो की पार्किंग फीस प्रथम प्रति घंटा 10.00 रुपये रखने से वाहनो की आवाहजाही भी अधिक होगी और निश्चित तौर पर वाहनो की frequency भी बढ़ेगी तथा वाहन बढ्ने से कंपनी /ठेकेदार को भी आय होगी !
कृपया जनहित में राहत प्रदान करें !
नागेन्द्र गुप्ता
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गोबिंद सागर झील में क्रूज़ ट्रायल शुरू, अक्तूबर के अंत तक उपलब्ध होगी सुविधा
बिलासपुर-जिला बिलासपुर में इस वर्ष अक्तूबर के अंत तक पर्यटकों को क्रूज की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। इस बारे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जानकारी देते हुए कहा कि गोविंद सागर झील में क्रूज चलाने का ट्रायल आरम्भ कर दिया गया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बिलासपुर से मनाली या कुल्लू तक हेली टैक्सी सेवा शुरू करने पर भी विचार कर रही है।
वहीं जिला ऊना के अंदरौली में गोविंद सागर झील में जल क्रीड़ा गतिविधियां भी शुरू होने वाली हैं। जिसे शुरू करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं और संभवतः इस माह के अंत तक इन्हें जारी कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक जल क्रीड़ा गतिविधियों, पैराग्लाइडिंग और अन्य संबद्ध गतिविधियों सहित साहसिक खेलों को शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन साहसिक गतिविधियों को औपचारिक रूप से शुरू करने के लिए शीघ्र ही अंदरौली में गोविंद सागर झील कार्निवल का आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कांगड़ा के पौंग बांध में भी साहसिक खेल गतिविधियां शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के मतियाल और जसवां- परागपुर विधानसभा क्षेत्र के नंगल चौक क्षेत्र में पौंग बांध में जल क्रीड़ा– गतिविधियां शुरू करने की अनुमति मिल गई है।
पर्यटन विभाग जून, 2025 तक शिकारा, क्रूज फ्लोटिंग रेस्तरां, हाउस बोट तथा अन्य जल आधारित खेल गतिविधियों का संचालन शुरू करने की योजना बना रहा है।
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शिमला में एचआरटीसी ने शुरू की मोबिलिटी कार्ड की सुविधा,जानिए कहां बनेगा कार्ड
शिमला: हिमाचल पथ परिवहन निगम ने अपने तीन काउंटर, बुकिंग काउंटर मॉल रोड शिमला, पुराना बस अड्डा शिमला व अन्तर्राज्य बस अड्डा टूटीकंडी शिमला में नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) यात्रियों को जारी करने हेतू सुविधा उपलब्ध करवा दी है।
अब इच्छुक व्यक्ति हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपरोक्त बुकिंग काउंटर से अपने नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड जारी करवा सकते हैं।
इस कार्ड का मूल्य 100 रु होगा और इसका उपयोग यात्री हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में यात्रा पत्र लेने के लिए कर सकेंगे।
इस कार्ड के उपयोग के लिए किसी प्रकार की इंटरनेट सुविधा की आवश्यकता नहीं होगी। शुरुआत में यह कार्ड शिमला लोकल की बसों में उपयोग किया जा सकेगा तथा अगले चरण में यह सुविधा हिमाचल पथ परिवहन निगम के अन्य क्षेत्रों की बस सेवा में भी उपलब्ध करवा दी जाएगी।
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हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल के निर्णय : पोस्ट कोड 903 और 939 के परिणाम होंगे घोषित।
शिमला-मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता मंत्रिमंडल की कैबिनेट बैठक शुक्रवार को आयोजित हुई । इस बैठक में परीक्षा के परिणामों ,खाली पदों को भरने और अन्य कईं महत्वपूर्ण फैसलों पर स्वीकृति प्रदान की गई।
मंत्रिमंडल ने हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग को पोस्ट कोड 903 और 939 के परिणाम घोषित करने के लिए अधिकृत किया है। जांच एवं अदालती कार्यवाही के अंतिम परिणाम के दृष्टिगत पोस्ट कोड 903 के पांच पद और पोस्ट कोड 939 के तहत छह पद रिक्त रखे गए हैं।
जल विद्युत परियोजनाएं :
780 मेगावाट की जंगी थोपन जल विद्युत परियोजना को हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को सौंपने को स्वीकृति प्रदान की गई।
1630 मेगावाट की रेणुकाजी और 270 मेगावाट की थाना प्लौन पंप स्टोरेज जल विद्युत परियोजनाओं को हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को आवंटित करने का निर्णय लिया गया।
प्रदेश में रोगी कल्याण समितियों का होगा सुदृढ़ीकरण:
मंत्रिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ.(कर्नल) धनी राम शांडिल की अध्यक्षता में रोगी कल्याण समितियों के सुदृढ़ीकरण के लिए सिफारिशें प्रदान करने संबंधी मंत्रिमंडलीय उप-समिति के गठन को स्वीकृति प्रदान की। इस उप-समिति के सदस्य ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी और आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा होंगे।
कांगड़ा और सिरमौर में बनेंगे क्रिटिकल केयर ब्लॉक:
जिला कांगड़ा के नागरिक अस्पताल देहरा और सिरमौर जिले के नागरिक अस्पताल पांवटा साहिब में 50-50 बिस्तरों वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक स्थापित करने को मंजूरी प्रदान की गई, वहीं देहरा में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता और खंड चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय स्थापित करने को भी मंजूरी प्रदान की गई है।
एससीईआरटी और डाईट संस्थानों में सुदृढ़ीकरण का निर्णय :
सोलन में राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को राज्य स्तर पर स्कूल और शिक्षक प्रशिक्षण के लिए शीर्ष संस्थान के रूप में स्तरोन्नत करने को भी मंजूरी दी गई।
शिक्षकों की कार्यशैली में अधिक गुणवत्ता लाने के लिए 12 जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों (डाइट) के सुदृढ़ीकरण का निर्णय लिया गया है।
एक प्रतिशत की ब्याज दर पर मिलेगा शैक्षिक ऋण :
बैठक में मेधावी छात्रों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से डॉ. यशवंत सिंह परमार ऋण योजना को विस्तार प्रदान करने का निर्णय लिया गया है । इसके अंतर्गत विदेशों के शैक्षणिक संस्थानों में पेशेवर और व्यावसायिक पाठयक्रमों की शिक्षा ग्रहण करने वाले इच्छुक पात्र मेधावी छात्रों को इस योजना का लाभ देने का भी निर्णय लिया गया। इस योजना के तहत, राज्य सरकार एक प्रतिशत की ब्याज दर पर शैक्षिक ऋण प्रदान करती है।
इन रिक्त पदों पर होंगी भर्तियाँ :
- बैठक में वन विभाग में सहायक वन रक्षकों के 100 रिक्त पदों को भरने का निर्णय लिया गया।
- मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग में विभिन्न श्रेणियों के 33 पदों को भरने को मंजूरी प्रदान की गई।
- जिला लाहौल-स्पीति के सिस्सु में नया पुलिस थाना खोलने तथा इसके संचालन के लिए विभिन्न श्रेणियों के 18 पद,चम्बा के हथली में नई पुलिस चौकी के लिए विभिन्न श्रेणियों के छः पदों को सृजित कर भरने को भी स्वीकृति प्रदान की गई ।
- गृह विभाग में दो पुलिस उप-अधीक्षक,जिला कारागार मण्डी में औषध वितरक का एक पद,सहायक निदेशक (जीव विज्ञान और सीरम विज्ञान) का एक पद तथा प्रयोगशाला सहायक (रसायन व विष विज्ञान) के तीन पद भरने का निर्णय लिया गया।
- हिमाचल प्रदेश महाधिवक्ता कार्यालय के लिए विभिन्न श्रेणियों के 10 पदों को भरने का भी निर्णय लिया गया।
- शिमला के शोघी और जिला सोलन के कसौली,जाबली,बरोटीवाला,नालागढ़ और बद्दी में ईएसआई चिकित्सा संस्थानों के लिए छः चिकित्सा अधिकारियों (डेंटल) के पदों को सृजित कर भरने की स्वीकृति प्रदान की गई।
- इसके अलावा मंत्रिमण्डल ने फोरेसिंक सेवा विभाग को परिचालन क्षमता बढ़ाने के लिए छः मोबाइल फॉरेसिंक वैन प्रदान करने को स्वीकृति प्रदान की है।