एच डब्ल्यू कम्युनिटी
हादसे से पूर्व जागे सरकार और विभाग, हादसा होने के बाद नहीं
एंट्री बैरीयरों/पर्यटक सूचना केन्द्रों/टैक्सी स्टैंडों व पुलिस सहायता केन्द्रो के माध्यम से समय समय पर पर्यटको को बांटे जाये –सुरक्षा टिप्स
पहाड़ी इलाके में ड्राईविंग कैसे की जाये (वाहन धीरे चलाएं ) /नदी -नालों में न उतारा जाये –कभी भी पानी का तेज बहाव आपको बहा कर ले जा सकता है /ऊंची -ऊंची चट्टानों के ऊपर चढ़ कर फोटो न खिंचवाएँ –इत्यादि इत्यादि
समिति मरने वाले छात्रों के प्रति गहरा शोक प्रकट करती है और उनके परिवार जनो के प्रति गहरी संवेदनाए !
विकास समिति टूटू ने प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मांग की है की थलौट के पास ब्यास नदी में पिछले दिनो 25 बच्चों के डूबने के दिल दहलाने वाले मंजर को देखते हुये भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाएँ जाएँ ! समिति अध्यक्ष नागेंद्र गुप्ता ने कहा की दिल दहलाने वाली वीडियो देखकर ऐसा लगता है कि सड़क किनारे यह स्थल होने पर और किसी प्रकार के सुरक्षा कवच इस स्थान पर न होने के कारण पर्यटक धोखे में आ गए और उन्हे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा ! यह प्रशासन की लापरवाही के साथ-साथ मानवीय भूल भी है जिसे भविष्य में दौहराया ना जाये ! उन्होने कहा कि पूरे वर्ष हिमाचल घूमने हजारों पर्यटक आते है और कई राफ्टिंग के डूबने से कई रस्सी जैसे खेलों व कई फोटो खींचने-खिंचवाने के चक्कर में पहाड़ी किनारे या दरिया किनारे अपनी जान खो बैठते हैं जिससे देवभूमि पर भी खूनी होने का दाग लग रहा है !
गुप्ता ने कहा कि हमारी सरकार और विभागों की बहुत कमियाँ हैं जिन्हे जनहित में सवारने की काफी जरूरत है ! उन्होने कहा कि हम हादसा होने के बाद जागते हैं जबकि हादसा होने से पहले हमे सुरक्षा कदम उठाने चाहिए !
नागेंद्र गुप्ता ने कहा कि वह व उनकी समिति पिछले आठ -दस वर्षों से लगातार सड़क सुरक्षा की दृष्टी से प्रदेश सरकार और पी॰डबल्यू॰डी॰विभाग को सुझाव देते आ रहे है परंतु यहाँ भी अकसर देखा गया है कि संबन्धित विभाग उन डिफ़ेक्टों को ठीक करने के लिए तब जागता है जब कोई हादसा उस बताए गए स्थान पर हो जाता है !
समिति अध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि हमे नदी -नालों के किनारे या टूरिष्ट स्पाट्स के किनारे ऐसे ब्लैक स्पाटों को तलाश कर जहां पर्यटक आसानी से उतर जाता है उन्हे तुरंत सुरक्षित करना चाहिए जहां सुन्दर मनमोहक स्थल देखकर पर्यटकों का मन फोटो खींचने या मनमोहक छटाओं का आनंद लेने के लिए आतुर हो जाता है और धोके में आ जाते हैं — जरूरी नहीं उन्हे हर समय गाईड करने वाला मौके पर मौजूद हो !
उन्होने कहा कि पानी के तेज बहाव में हूटर और सायरन या सीटी की आवाज नहीं सुनाई देती है और प्रदेश सरकार का जाली लगा कर ऐसे स्पाट्स को सुरक्षित करना जनहित में है ! गुप्ता ने कहा कि प्राय देखा गया है कि वन विभाग सड़क किनारे जहां आवश्यकता नहीं बेफिजूल में लोहे की ऊंची -ऊंची जाली लगा कर सरकारी धन का दुरुपयोग करता है जिससे लोक निर्माण विभाग को भी अपनी ऐक्वायर्ड विड्थ होने पर भी सड़क चौड़ी करने में समस्या आती है ,वन विभाग को चाहये की ऐसे स्थलों को प्राथमिकता के आधार पर प्रोटैक्ट करे !
समिति मरने वाले छात्रों के प्रति गहरा शोक प्रकट करती है और उनके परिवार जनो के प्रति गहरी संवेदनाए !
नागेन्द्र गुप्ता
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घोटाला: रोहड़ू में प्रधान निलंबित, फर्जी बिल, समान की खरीददारी में गड़बड़ी व कई अन्य वित्तीय घोटालों की हुई थी पुष्टि
शिमला : विकास खंड रोहड़ू की पंचायत करासा के प्रधान देव राज को फर्जी बिल, समान की खरीददारी में अनियमिताएं बरतने, बिना बजट के अत्याधिक कार्य करवाने इत्यादी घोटालों के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम और 15वें वित्त आयोग के तहत निलंबित कर दिया है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने प्रधान देव राज को निलंबित करने के आदेश की अधिसूचना जारी कर दी है ।
ग्राम पंचायत करासा के स्थानीय निवासी ने खंड विकास अधिकारी रोहड़ू के पास उक्त प्रधान के खिलाफ लिखित में शिकायत दर्ज की थी। जिसके बाद इस शिकायत की प्रारंभिक जांच की गई।
6 मई 2024 को 135 पन्नों की जांच रिपोर्ट सौंपी गई। जिसमें वर्ष 2020 से 2024 तक विकासात्मक कार्यों में वित्तीय अनियमिताएं पाए जाने की पुष्टि हुई। 1 जुलाई 2024 को जांच में लगे आरोपों को लेकर प्रधान ग्राम पंचायत करासा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। 4 जुलाई 2024 को प्रधान ने उक्त आरोपों पर अपना जवाब लिखित में दायर किया।
इसके बाद जब प्रधान के लिखित जवाबों का अवलोकन पंचायत के रिकॉर्ड के साथ किया गया, तो जांच में पाया गया कि प्रधान की ओर से अपने बचाव में जो तथ्य पेश किए गए है वह तथ्य ठोस नहीं पाए गए है।
प्रधान देव राज द्वारा फर्जी बिल, समान की खरीददारी में अनियमिताएं बरतने, कार्यों के बजट को स्थानांतरित करने, अधूरे कार्यों, मजदूरों के खातों में सीधे मजदूरी न ट्रांसफर करने, एक ही व्यक्ति को बिना कोटेशन के कार्य आवंटित करने, बिना बजट के अत्याधिक कार्य करवाने, तकनीकी अनुमति के बिना कार्य करने आदि की अनियमिताएं जांच में सामने आई है।
ऐसे में उपायुक्त ने हिमाचल प्रदेश पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 145 (1) (c) के तहत प्रधान को अपने कार्य में लापरवाही बरतने के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही पंचायत से जुड़ा सारा रिकॉर्ड स्टोर, स्टॉक, स्टांप आदि जो प्रधान के पास मौजूद है उसे पंचायत सचिव को सौंपने के आदेश जारी किए है।
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आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 85 हजार लीटर अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर किया नष्ट
शिमला- राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने अवैध शराब मामले में एक बड़ी कार्रवाई की है। विभाग की नूरपुर टीम ने पंजाब के साथ लगते सीमांत क्षेत्र छन्नी वैली में अवैध शराब बनाने वालों पर इस कार्रवाई को अमल में लाया है ओर 85 हजार लीटर कच्ची शराब को कब्ज़े में लेकर नष्ट किया है।
राज्य कर एवं आबकारी विभाग के आयुक्त युनूस ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग की ओर से इस कार्रवाई में पंजाब आबकारी विभाग व पंजाब पुलिस और इंदौरा पुलिस थाना की सहायता ली गई थी।
उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग को इस क्षेत्र में अवैध शराब के बनाने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। जिसके अंतर्गत नूरपुर टीम के सदस्यों ने पंजाब के सीमांत क्षेत्र में पंजाब आबकारी विभाग व पंजाब पुलिस के सहयोग से इस क्षेत्र में अवैध शराब बनाने वालों पर संयुक्त कार्रवाई की।
उन्होंने बताया कि सीमांत क्षेत्र होने की वजह से कार्रवाई करने में शुरू में कुछ कठिनाइयां भी आई लेकन इसके बावजूद भी विभाग ने इस क्षेत्र में कार्रवाई की और (85000 लीटर लाहन) कच्ची शराब को कब्जे में लिया और कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद अवैध शराब को नष्ट किया गया है।
यूनुस ने बताया कि विभाग अवैध शराब बनाने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है और भविष्य में भी यह कार्रवाई विभाग जारी रखेगा।
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13 फरवरी को आपदा जोख़िम से बचाव पर उमंग आयोजित करेगी वेबिनार
शिमला- उमंग फाउंडेशन की ओर से रविवार 13 फरवरी को आपदा जोख़िम से बाचव विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है।
आपदा प्रबंधन के विशेषज्ञ और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के लिए कार्य कर चुके नवनीत यादव उमंग फाउंडेशन के वेबीनार में “आपदा जोखिम से बचाव का अधिकार” विषय पर युवाओं के साथ चर्चा करेंगे। वह दिव्यांगों को आपदा के समय सुरक्षित बचाने के तरीके भी बताएंगे।
कार्यक्रम के संयोजक संजीव शर्मा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में मानवाधिकार जागरूकता पर संस्था का ये 22वां साप्ताहिक कार्यक्रम होगा।
गूगल मेल पर 13 फरवरी को शाम 7:00 बजे लिंक http://meet.google.com/zop-pbkn-heg के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुआ जा सकता है। यहां ‘उमंग फाउंडेशन शिमला’ के फेसबुक पेज पर भी लाइव उपलब्ध रहेगा।
उन्होंने कहा कि आपदा जोखिम से बचाव को लेकर समाज में जागरूकता की कमी है। विशेषकर दिव्यांग व्यक्तियों को भीषण आपदा के समय कैसे सुरक्षित निकाला जाए, यह एक बड़ा मुद्दा है।
‘आपदा जोखिम से बचाव का अधिकार’ विषय पर आपदा जोखिम प्रबंधन से जुड़े संगठन डूअर्स के कार्यक्रम निदेशक और जापान, थाईलैंड, सेनेगल एवं नेपाल में अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रमों में नवनीत यादव हिस्सा ले चुके हैं।
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