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बिलासपुर में बनेगा नया मिनी सचिवालय वीरभद्र सिंह
“बिलासपुर मुख्यालय में बनाया जाएगा नया मिनी सचिवालय, जिससे प्रशासन व आम लोगों को मिलेगी सुविधा”
मुख्यमंत्री आज बिलासपुर के लुहणू मैदान में राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले के समापन अवसर पर बोलते हुए कहा कि बिलासपुर मुख्यालय में नया मिनी सचिवालय बनाया जाएगा, जिससे प्रशासन व आम लोगों को मिलेगी सुविधा
उन्होंने मेले के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित विकासात्मक प्रदर्शनियांे का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नलवाड़ी मेले के उपलक्ष्य में प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया।
उन्होंने विभिन्न खेल स्पर्धाओं के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। दंगल प्रतियोगिता का खिताब सुन्दरनगर के जौनी चैधरी ने जीता जिन्हें पुरस्कार में गुर्ज और 71 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। पंजाब के सन्नी लल्लियां दूसरे स्थान पर रहे जिन्हें 51 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। तीसरे स्थान पर रहे धमेन्द्र आलमगीर को 25 हजार रुपये और चैथे स्थान पर रहे दिल्ली के मन्नू को 20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
( हिम कुमार) का खिताब कांगड़ा के रजत कुमार को प्रदान किया गया ए जिन्हें गुर्ज के साथ 31 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया। दूसरे स्थान पर रहे नालागढ़ के गुरबचन को 21 हजार रुपये तथा तीसरे स्थान पर रहे जुखाला के चमन को 15 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
उपायुक्त एवं नलवाड़ी मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष अजय शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
इससे पूर्व ए मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग.21 व 88 पर अलीखड्ड पर 5.81 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित घागस पुल का लोकार्पण किया। उन्होंने चंगर सैक्टर में जिला अटाॅर्नी भवन का भी उद्घाटन किया, जिस पर एक करोड़ 68 लाख रुपये व्यय किए गए हैं।
वीरभद्र सिहं ने अपने संबोधन में कहा कि बिलासपुर शहर के लिए 21 करोड़ 55 लाख रुपये की मल निकासी योजना स्वीकृत की गई है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा, 64.66 करोड़ रुपये की कोलडैम उठाऊ पेयजल योजना का कार्य भी प्रगति पर है, जो सदर, घुमारवीं तथा नैनादेवी चुनाव क्षेत्रों की विभिन्न पेयजल योजनाओं को जोड़ेगी। इसका लगभग 65 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और इस वर्ष के अंत तक यह परियोजना पूरी हो जाएगी।
वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि बागछाल पुल का निर्माण कार्य जनवरी ए 2006 में आरंभ हुआ था, जिसे गेमन इंडिया फर्म को सौंपा गया था तथा इस पर 18 करोड़ 49 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं। संपर्क सड़क बनाने के लिए 4 करोड़ 85 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन भू.तकनीकी कारणों के चलते इस पुल के कार्य को रोक दिया गया है और इस संदर्भ में गेमन इंडिया फर्म से बातचीत की जाएगी ताकि यह कार्य शीघ्र पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा कि बेरी.दड़ोलां पुल को वर्ष 2006.07 में विधायक प्राथमिकता में डाला गया था जिसके लिए 33 करोड़ 66 लाख रुपये स्वीकृत हुए थे। वर्तमान में इस पुल के लिए 165 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट स्वीकृति के लिए विचाराधीन है।
इसकें साथ ही वीरभद्र सिंह ने कहा कि जिन लोगों की जमीन गोबिंद सागर झील में चली गई थी, उनमें से छूट गए विस्थापितों के लिए पहले चरण में एचआरटीसी वर्कशाप के नजदीक चयनित दो सैक्टरों में प्लाॅट आबंटित करने के निर्देश प्रशासन को दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि बजट में बिलासपुर के लिए हाईड्रो इंजीनियरिंग कालेज प्रस्तावित किया गया है। उन्होंने वन विभाग को बिलासपुर में पौधरोपण के आदेश दिए जिससे सौंदर्यीकरण के साथ.साथ पर्यावरण में भी सुधार होगा।
राज्य स्तरीय योजना विकास और 20 सूत्री कार्यक्रम के अध्यक्ष रामलाल ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्माणी, स्थानीय विधायक बंबर ठाकुर, पूर्व विधायक बाबू राम गौतम ए डाॅ. बीरू राम किशोर एवं तिलक राज शर्मा, प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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पुलिस की समयोचित कार्रवाई के बावजूद भाजपा का प्रदर्शन व आरोपी का घर जलाना ओछी राजनीति : मुख्यमंत्री
चंबा – मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चम्बा जिला के सलूणी में हुए हत्याकांड के मामले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन पर गहरा क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि यह शायद देश का पहला ऐसा मामला है जिसमें सभी आरोपियों को पकड़ा जा चुका है और पुलिस की समयोचित कार्रवाई के बावजूद भाजपा इस पर शोर-शराबा जारी रखे हुए है। उनका यह प्रदर्शन पूर्णतया अवांच्छित है और इसे न्यायसंगत नहीं कहा जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी के बावजूद घटना के पाँच दिनों के बाद भाजपा युवा मोर्चा से जुड़े लोगों ने आरोपी के घर को आग की भेंट चढ़ा दिया।
प्रदेश सरकार की ओर से बार-बार आश्वस्त किया गया है कि इस मामले में संलिप्त सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद विरोध प्रदर्शन समझ से परे है और भाजपा इस मामले में ओछी राजनीति कर रही है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि इस मामले की संवदेनशीलता को देखते हुए पुलिस ने चौबीस घंटों के भीतर सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया। उन्होंने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी तथा सरकार द्वारा राष्ट्रीय जांच एजैंसी से मामले की जांच करवाने सम्बंधी मांग स्वीकार करने के बावजूद भाजपा द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी रखना तर्कहीन है।
मुख्यमंत्री नें यह भी कहा कि केंद्र में सत्ता में होने के बावजूद भाजपा जांच को मुद्दा बना रही है जबकि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के लिए एक फोन कॉल पर यह जांच शुरू करवाना कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे प्रतीत हो रहा है कि इस घटना को राजनीतिक रंग देते हुए भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव-2024 को ध्यान में रखते हुए ऐसी तरकीबें अपना रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर यह होता कि भाजपा प्रदेश हित से जुड़े मामलों एवं हिमाचल के अधिकारों के लिए केंद्र के समक्ष आवाज उठाती, जिससे कि प्रदेशवासियों का भी भला होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के हितों को प्राथमिकता देने के लिए आन्दोलन में कांग्रेस पार्टी भी अपना पूर्ण सहयोग देगी। राज्य के हितों की रक्षा करने की दिशा में प्रदेश सरकार तथा विपक्ष की साझा जिम्मेदारी पर बल देते हुए उन्होंने जल उपकर तथा विभिन्न जल विद्युत परियोजनाओं में निःशुल्क बिजली की रॉयल्टी बढ़ाने जैसे मुद्दों पर भाजपा को प्रदेश सरकार का साथ देने का परामर्श भी दिया।
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अगर 25 वर्षों से आतंकीयों से जुड़े थे चंबा हत्याकांड के आरोपी के तार तो सरकारें क्यूँ देती रही शरण : आम आदमी पार्टी
चंबा- जिला चंबा के सलूनी इलाके में हुए (मनोहर, 21) हत्याकांड की घटना राजनीतिक रूप लेती जा रही है। पक्ष -विपक्ष में बयानबाजी का दौर जारी है। इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
इसी कड़ी में हिमाचल आम आदमी पार्टी ने चम्बा में हुई मनोहर की निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की है। आम आदमी पार्टी नेता चमन राकेश आजटा ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की और इस पूरी घटना की निष्पक्ष जांच एवं दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की भी मांग की। साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम को जिस प्रकार से राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है वो बहुत ही चिंता का विषय है।
इसके साथ ही आजटा ने यह भी कहा कि यदि नेता विपक्ष जयराम ठाकुर जी के बयानों में सच्चाई है तो यह जांच का विषय है। आजटा नें पूछा कि अगर पिछले 25 वर्षो से इस घटना के लिए जिम्मेवार व्यक्ति गैरकानूनी तरीके से बेशुमार दौलत इक्कठी कर रहा था तो वहां का प्रशासन व राज्य सरकारें 25 वर्ष से उसे क्यों शरण दे रही थी?
“इस व्यक्ति के तार क्या किसी आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए है , या किसी पार्टी और नेता विशेष की शरण में वो पलता रहा जिसका खामयाज़ा एक गरीब युवा को अपनी जान से हाथ धोकर भुगतना पड़ा। क्या इस आरोपी ने इस तरह की अन्य घटनाओं को भी अंजाम दिया था या उनमें संलिप्त रहा था।” आजटा ने जयराम पर यह सवाल उठाते हुए कहा।
आपको बता दें कि बीते दिन जयराम ठाकुर ने हत्या के इस मामले में गहरी साजिश की आशंका जताते हुए तथा आरोपियों के तार आतंकियों से जोड़ते हुए कहा था कि नोटबंदी के दौरान आरोपी ने 95 लाख नोट बदले व उसके खाते में दो करोड़ की राशि जमा है, जबकि आरोपी के पास इतना बड़ा कोई भी आय का साधन नहीं है।
जयराम ने आरोप लगाया था कि आरोपी के पास तीन बीघा ज़मीन है जबकि कब्जा 100 बीघा जमीन पर कर रखा है। यही नहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया था कि चंबा में 1998 में हुए सतरुंडी आतंकी हमले में 35 लोगों की मौत हुई थी और उससे भी आरोपी के तार जुड़े थे।
साथ ही आजटा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से कानून को हाथ में लेकर घरों को जलाने, गाडियां तोड़ने और माहौल खराब करने की घटना में संलिप्त लोगों के खिलाफ करवाई करने की अपील की है, ताकि राजनीति की आड़ में हिमाचल जैसे प्रदेश का नाम खराब न हो।
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चंबा हत्याकांड: धारा 144 तोड़ने से रोका तो धरने पर बैठे भाजपा नेता
चंबा-मनोहर हत्याकांड के सात दिन बाद भी इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है, एक स्थान पर चार से ज्यादा लोगों का एकीकृत होना मना है और साथ ही इलाके के आस पास के सभी स्कूलों को भी एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है।
भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि भाजपा ने तय किया है कि भाजपाई 17 जून को प्रदेश के सभी 12 जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
सीएम के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने एक प्रेससवार्ता में कहा कि हत्या के कारणों की प्रशासन द्वारा पूरी जांच करवाई जा रही है। चौहान नें कहा कि जिन लोगों ने हत्या की है उनको गिरफ्तार कर लिया गया है और कानून निश्चित तौर पर अपना कार्य कर रहा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, तथा उनके साथी सदस्य जिस तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं वह तर्कसंगत नहीं है। कानून द्वारा मुज़रिमों को हिरासत में ले लिया गया है, गुनहगार सलाखों के पीछे है तथा पूरे मामले की सख्ती से जांच कारवाई की जा रही है। चौहान ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा एनआईए से जांच की मांग को लेकर कहा कि वह अगर लिखित में सरकार को मांग दे दें तो सरकार इसके लिए भी तैयार है।
चौहान ने जयराम पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री रहे है, एक जिम्मेदार नागरिक हैं, तथा धारा 144 का मतलब भी वह अच्छे से समझते हैं, फिर भी उसकी अवहेलना करने पर अड़े हैं। चौहान नें पूछा कि इसका क्या अर्थ निकलता है।
चौहान नें यह भी कहा कि इसके बावजूद भी पुलिस तथा प्रशासन द्वारा कानून के दायरे में रहते हुए नेता प्रतिपक्ष और कुछ चुने हुए लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति दे दी गई थी, लेकिन विपक्ष फिर भी अपने साथ पूरी भीड़ को आगे ले जाने के लिए अड़ा रहा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के जिम्मेदार लोग अगर इसके बावजूद भी राजनीति करना चाहते हैं तो तो यह बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने विपक्ष की मंशा पर सवाल खड़े किये। उन्होंने पूछा कि वह सच मे पीड़ित परिवार से मिलना चाहते थे या इसस घटना को मात्र राजनीतिक दृष्टि से मुद्दा बनाना चाहते थे?